आज हमारे देश मे ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रास्टाचार फैला हुआ है भ्रास्टाचार तो लगभग हर देश मे है लेकिन हमारे देश मे इसका आंकड़ा  शतक को छूने वाला है सबसे बड़ी बात  हमारे देश मे नैतिक बिचारो की कमी है कमी क्या कहे बिलकुल न  के बराबर ' यूरोपीय  देशो मे नैतिकता है " हमारे देश मे धर्म है मगर नैतिकता नहीं है नैतिकता से हमारा मतलब किसी का 10 रुपया गिर जाय तो उसको उसके हवाले करना ,कोई सड़क किनारे गिर जाय ,किसी बीमार का दवा दुवा देना किसी गरीब की मदत करना आदि, जिस दिन हमारे देश मे  नैतिक मूल्यो का पालन होने लगेगा उस दिन हमारा देश बिकसित हो जाएग कोई गरीब नहीं रहेगा" हम एक अपनी कहानी आप लोगो को बता  रहे है  हम एक लड़के को लखनऊ के एक निजी हास्पिटल मे एड्मिट किए थे लड़का एड्मिट के लगभग छ: घंटे बाद  उसकी मौत हो गई लेकिन  पैसे के  लालच मे डाक्टरों ने उसको चार दिन तक बेंटिलेटर मसीन पर लेटाए रखा जब मैंने जादा ज़ोर किया तो डिस्चार्ज किया तब तक उनकी काफी रकम बन चुकी थी मेरे पास इतना पैसा तो नहीं था की मई दे सकु उसने बोला पहले पैसे का इंतजाम करो तब लास ले जाने देगे "डाक्टरों के प्रति मेरा बहुत सम्मान था लेकिन इस घटना ने मुझे इनके प्रति नफरत पैदा कर दिया मै मानता हु कि सभी लोगएक जैसे नहीं होते "ये बात केवल यही खत्म नहीं होती बहुत गहराई मे है इस भ्रस्टाचार की जड़                               
                                                                       जय हिन्द

                                                 

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